आज की चौपाई

आप पहचान कराई अपनी ,लई अपने पास जगाए जी।
बड़ी बड़ाई दई आपथें,लई इंद्रावती कंठ लगाए जी ।।

श्री प्रकाश हिंदुस्तानी प्रकरण 36 चौपाई 7

Quiz

View All Quiz Answer.

Shri Nijanand Samparday

परमधाम में पश्चिम की चौगान की क्या शोभा आई है बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

परमधाम में पश्चिमी चौगान 9 लाख कोस लम्बा 4.5 लाख कोस चौड़ा रंग बिरंगी रेती का एक मैदान आया है। यहाँ अति सुन्दर चौंक बने हुए हैं श्री राज स्यामा जी सखियों और परमधाम के पशु पक्षियों के लश्कर को लेकर कृष्ण पक्ष की पांचमी को यहाँ आते हैं इन चौकों में कई तरह के खेल तमाशे होते हैं पशु पक्षियों पर सवारी करते हैं पशु पक्षी कई तरह के करतब करते हैं रेती में दौड़ना कूदना भमरियां खाना ऐसी कई तरह की हांस विनो...

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

परमधाम में रंगम मोहोल के मुख्य द्वार को पार कर कितनी गलियां पार करके 28 थंभ का चौंक आता है बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

एक गली पार करके

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

पन्ना जी में श्री जी साहिब जी की सेवा में कितनी वाणी गाने वाली मंडलीयां थी जो अपनी बारी से आ आकर धाम धनी को रिझाती थीं बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

चौदह मंडलियां

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

तारतम तणो विचार करो रे, पेहेलो फेरो थयो केही पेर । केणी पेरे मनोरथ कीधां, जाग्या केही पेरे घेर ।। आणे फेरे अमे केम करी आव्या, अने तमे आव्या छो केम। तमे कोण ने तम मांहें कोण, मूने कहीने प्रीछवो वली एम ।। पोते प्रगट पधारया छो, आडा देओ छो वृज ने रास । इंद्रावतीसूं अंतर कां कीधूं, तमे देओ मूने तेनो जवाब ।। आपोपूं ओलखावी मारा वाला, दरपण दाखो छो प्राणनाथ। दरपणनूं सूं काम पडे, ज्यारे पेहेस्यूं ते कंकण हाथ ।। खटरूती की इन चौपाईयों का भेद बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

तारतम वाणी से विचार करके देखो। पहला फेरा (ब्रज, रास) किस तरह से हुआ। किस तरह आपने हमारी चाहना पूर्ण की। उसके बाद कैसे अपने घर (परमधाम) में जागे। इस फेरे (तीसरा ब्रह्माण्ड) में हम किस तरह से आए और आप किस तरह से आए। आप कौन तथा आपके अन्दर कौन है, मुझे फिर से अच्छी तरह कहकर समझाइए। आप स्वयं धाम-धनी पधारे हैं। तो फिर हमें ब्रज रास की आड़ क्यूं देते हो। इन्द्रावती से आपने यह भेद क्यों छिपाया है, इसका...

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

श्री राज कब और कहाँ प्रगट हुए थे कंस कारागृह में या यशोदा मैया के घर । बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

जैसे ही नंद बाबा के घर वसुदेव जी प्रवेश करते हैं तभी श्री राज का प्रगटन होता है "मूल सूरत अक्षर की जेह,जिन चाह्या देखू प्रेम सनेह, सो सूरत ले धनी को आवेश नंद घर कियो प्रवेश ।"

Read Quiz →